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free study of Profit and loss accounts

 free study of Profit and loss accounts

स्वागत है आप सबका दोस्तों,पैसिव इनकम बनाने के क्रम में एक कदम बढ़ते हैं।

हिंदी में जानिए की कैसे किसी भी कंपनी का मूल्यांकन किया जाये?

जैसा की हम सभी पहले ही अपनी यात्रा FINANCIAL STATEMENTS जानने के लिए शुरू कर चुके है, जिसमे मैंने आपको बताया था की किसी भी कंपनी की जानकारी उसके FINANCIAL STATEMENTS से मिल सकती है |


जैसे की क्यों यह कंपनी मात्रा 10 रुपए पर ट्रेड कर रही है,या क्यों 2000पर ?

फिर भी अगर आप हमसे अभी free study of Profit and loss accounts पोस्ट के साथ जुड़ रहे हैं, तो मै आपसे निवेदन करूँगा की पहले आप इसी क्रम की पहली पोस्ट पूरी पढ़े | और उसके बाद इस पोस्ट को पढ़े | 

पहली पोस्ट का लिंक यहाँ निचे दिया जा रहा है|

आखिर क्यों कुछ शेयर सस्ते और कुछ महंगे मिलते हैं

दोस्तों सभी कंपनी चाहे वह किसी भी क्षेत्र में काम कर रही हो, कितनी भी बड़ी हो या कितनी भी छोटी हो वह अपने व्यापर को आगे बढ़ाने के लिए कहीं न कहीं से पैसा या तो उधार लेती हैं, या फिर उस कंपनी के मालिक यानिकि प्रमोटर्स अपने पैसे से उस कंपनी को चलाते हैं |

तो आज आगे बढ़ते हुए ये जानते है की क्या होती है free study of Profit and loss accounts-

१. बैलेंस शीट के माध्यम से हम जान सकते है की कंपनी कहाँ से पैसा कमा रही है?

२. कंपनी कहाँ पैसा खर्च कर रही है, कितना पैसा खर्च कर रही है?

३. अपने कर्मचारी पर वह कितना पैसा खर्च कर रही है?

४. कितना पैसा वह अपने लोन को चुकाने मे खर्च कर रही है? 

५. कितना पैसा कंपनी टैक्स भरने मे दे रही है?

६. कितना पैसा कंपनी को उन व्यापारियों को देना है जिनसे उसने कच्चा माल लिया है? और

६. मुख्य अंतिम बिंदु की, इन सब खर्च और आमदनी के बाद कंपनी कितना लाभ या नुकसान उठा रही है?

    दोस्तों सभी कंपनी अपने फाइनेंसियल रिजल्ट्स अंग्रेजी मे प्रस्तुत करती है, ना की हिंदी मे इसीलिए उनका हिंदी मे अनुवाद करना और हिंदी मे समझना थोड़ा कठिन होगा फिर भी हम आपके सामने एक-एक कर सभी आमदनियों और खर्चो को समझायेंगे|

 दोस्तों नीचे यहाँ एक साधारण बैलेंस शीट देखते हुए उसे समझने का प्रयास करते हैं |

free-study-of-Profit-and-loss-accounts

दोस्तों यह बैलेंस शीट गुजरात पीपावाव कंपनी की है |

आप देख सकते हैं, पहला बिंदु (a.} जिसमे लिखा है Revenue from operations  इसका मतलब हुआ की कंपनी का जो मुख्य व्यवसाय है, उससे कंपनी 1589.76 मिलियन यानि 158.9 करोड़ रुपए कमा रही है, इसके बाद बिंदु (b.) पर लिखा है other इनकम, इसका मतलब है कंपनी की वह इनकम जो उसके मुख्य व्यवसाय के अलावा उसे मिल रही हो|


उदहारण के तौर पर मानो जैसे कंपनी ने कुछ पैसा बैंक में फिक्स डिपाजिट किया हुआ था, उस पर कंपनी को ब्याज मिला होगा| अतः ये कंपनी की इनकम तो हुई परन्तु, धंधे से नहीं उसके अलावा दूसरे स्त्रोत से जो की मुख्य धंधे का भाग नहीं था|

इसीलिए दोस्तों जब भी कंपनी की मुख्य व्यवसाय से इनकम कम होती है,और other इनकम बढ़ती है| तो यह कंपनी और उसके निवेशकों के लिए अच्छा संकेत नहीं माना जाता है|


अब दोस्तों ध्यान केंद्रित कीजिये कंपनी के खर्चो यानिकि expenses पर -

आप देखिये पॉइंट नंबर 2 का a पार्ट - इसमें बताया गया है ओपेरटिंग एक्सपेंसेस यानि की मुख्य धंधे को चलाने में आने वाला खर्च, जो की 24.8 करोड़ बताया गया है, इसके अलावा एम्प्लोयी बेनिफिट एक्सपेंसेस बताया गया है, जिसका मतलब है कंपनी के कर्मचारियों की पगार जो की 16.2  करोड़ बताई गयी है|


अब देखिये c  फाइनेंस कोस्ट ,मतलब की कंपनी ने अपने धंधे को आगे बढ़ाने के लिए ,जो लोन बैंक से लिया हुआ है उसका ब्याज ,मतलब की कंपनी पर कुछ लोन है,जिसका वह ब्याज चुकाती है, इससे हम अंदाज़ा लगा सकते है की, कंपनी पर कितना कर्जा है ,या कंपनी पर कोई कर्जा नहीं है| जिसे debt फ्री भी कहा जाता है|


अगला बिंदु d  है जिसमे depreciation and amortization लिखा हुआ है,दोस्तों यह कंपनी की आस्तियों यानिकि assets पर लगने वाला cut है ,जैसे की मानो आज आपने कोई TV 20000 का लिया है परन्तु, उसकी कीमत आज से एक वर्ष बाद 15000 हो जायगी, इसका मतलब 5000 रुपए इस पर depriciation  हो गया | 

इसी प्रकार कंपनी के एसेट या सम्पतियाँ, मशीन आदि पर भी डेप्रिसिएशन लगता है जिससे हम उसकी असली कीमत का अंदाजा लगा सकते हैं |


यहाँ गौर करने वाली बात यह है की depriciation वास्तव में खर्च नहीं होता है ,इस बिंदु को अपने पास नोट करलें, यह आपको आगे cash flow समझने में काम लगेगा |


तो इस प्रकार कंपनी ने बताया की total expenses 98.3 crore हुए |

अब हम टोटल इनकम को अगर टोटल एक्सपेंसेस में से कम कर देंगे तो कंपनी का लाभ या हानि हमें पता चल जायेगा.


इसी लाभ या हानि को कंपनी के पिछले क्वार्टर से तुलना करके हम यह जान सकते हैं की, कंपनी पिछले साल के मुकाबले अच्छा परफॉर्म कर रही है या ख़राब ,इसी जानकारी से निवेशक या तो अपना पैसा और लगाएंगे या फिर अपना पैसा कंपनी से निकाल लेंगे |

दोस्तों यही कारक कंपनी के शेयर के भाव में उतार चढ़ाव के लिए भागीदार होगा |

बैलेंस शीट में नीचे आप देख सकते है की, कंपनी द्वारा दिए गए टैक्स को भी दिखाया गया है|अतः टैक्स की रकम चुकाने के बाद कंपनी का शुद्ध लाभ या हानि आप इस financial स्टेटमंट से जान सकते हैं |


अब आप खुद किसी भी कंपनी का बैलेंस शीट डाउनलोड कर स्टडी कीजिये ,अगर आपको कोई दिक्कत आती है तो,कमेंट  सेक्शन में जाकर टाइप कीजिये |

मैं जल्दी ही आपकी समस्याओ का जवाब दूंगा|

अगर आपको यह पोस्ट free study of Profit and loss accounts अच्छी लगी है और आप आगे assets and liabilities statement के बारे में जानने के इच्छुक हैं तो  सब्सक्राइब करें |


तब तक के लिए किसी भी शेयर पर जुआ खेलने से बचे, हो सकता है हमको भी यहाँ कोई multibagger  मिल जाये |

धन्यवाद दोस्तों |






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