Sebi intraday trading new margin rule
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दोस्तों आज की Sebi intraday trading new margin rule in hindi इस पोस्ट में हम जानेंगे की ,सेबी जो भारत की स्टॉक मार्किट नियामक यानि नियंत्रण करने वाली संस्था है, ने मार्जिन को लेकर एक नया नियम लागु किया है|
हम जानेंगे की क्या है ये नियम और इसका इंट्राडे ट्रेड पर और डिलीवरी ट्रेड पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
दोस्तों सेबी ने जो नया नियम लागु किया है, वह चरणों में लागु होगा जिसका पहला चरण 1 सितम्बर से लागु हो गया है |
काफी ब्रोकरेज संस्थाएं इस नियम के खिलाफ लिख चुकी है,परन्तु सेबी ने इसे आखिरकार लागु कर ही दिया है|
👉दोस्तों इस नियम के कारण अब आपका ब्रोकर चाहे कोई भी हो,वह आपको इंट्राडे करने के लिए जो मार्जिन देता था अब नहीं दे पायेगा |
मार्जिन देने के लिए उसे आपके या तो शेयर जो की आपके DMAT अकाउंट में होंगे उन्हें गिरवी रखना पड़ेगा या फिर आपको अपने आर्डर के हिसाब से मार्जिन कैश उपलब्ध कराना पड़ेगा |
👉दोस्तों हर ब्रोकरेज फर्म के पास आपकी पावर ऑफ़ अटॉर्नी होती थी ,जिसके द्वारा जब आप इंट्राडे करते थे, तो आपके लिए आपके शेयर गिरवी रखकर ब्रोकर आपको मार्जिन उपलब्ध करा देता था |
परन्तु अब आप अपने शेयर खुद गिरवी रख पाएंगे,उसके लिए आपको CDSL OR NSDL से ओटीपी आएगा |
यानिकि दोस्तों अब अगर आपको 10,000 देकर 50,000 का इंट्राडे करना हो तो वो संभव नहीं हो पायेगा |
👉ध्यान रखे दोस्तों अगर आप अच्छी क्वालिटी के शेयर में इंट्राडे कर रहे हैं तो आपको कम मार्जिन देना होगा |
और अगर आप एक ख़राब क्वालिटी के शेयर में जिसमे,ज्यादा उतार-चढ़ाव होता है, ट्रेड कर रहे हैं तो आपको ज्यादा मार्जिन देना होगा |
मानो आपको एक लाख का ट्रेड करना है तो,अच्छी क्वालिटी के शेयर,जिसमे उतार-चढ़ाव ज्यादा नहीं होते में, 60,000 का मार्जिन कैश अथवा शेयर गिरवी रखकर देना होगा |
जबकि वहीँ ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले शेयर में आपको 80,000 मार्जिन देना होगा |
इसमें एक बात और नोट करें,आज तक हम और आप किसी शेयर को अगर आज बेचते थे,तो उसकी बेचीं हुई रकम पर आज ही कोई दूसरा शेयर ले लेते थे|
पर अब आप उसी दिन में अगर कोई शेयर बेचते हैं,तो उसका पैसा आपके DMAT खाते में 2 दिन बाद आएगा,तब आप दो दिन बाद दूसरा शेयर खरीद पाएंगे |
इसका फायदा यह है की इंट्राडे में फेक वॉल्यूम जो ट्रेडिंग का होता था अब वह नहीं हो पायेगा |
और दूसरा फायदा यह है की छोटे ब्रोकर आपकी पावर ऑफ़ अटॉर्नी का इस्तेमाल करके,जो शेयर एक्सचेंज पर ले लेते थे,अब नहीं कर पाएंगे क्योंकि अब आपके ओटीपी से ही आपके शेयर गिरवी रखे जा सकेंगे |
जब भी आप किसी शेयर को गिरवी रखना चाहेंगे तब CDSL OR NSDL से आपको एक लिंक मिलेगा उस लिंक के माध्यम से आप अपने शेयर गिरवी रख पाएंगे |
Sebi intraday trading new margin rule in hindi
यह नया नियम इन्वेस्टर्स के लिए फायदेमंद है,पर इस नियम से जो इंट्राडे की वॉल्यूम में कमी आएगी उसका ब्रोकर को नुकसान होगा |
CDSL OR NSDL 0.5 परसेंट की दर से ब्रोकर से चार्ज भी वसूलेंगे |
शेयर्स को गिरवी रखने का जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा|
अभी यह नियम 01 सितम्बर 2020 से लागु किया गया है |
अभी इस पर और भी विचार विमर्श चल रहे हैं,देखते हैं आगे क्या होता हैं?
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